सैलानियों व स्थानीय यात्रियों को लेकर रेल शिमला पहुंची।
7 जुलाई से 15 अगस्त के बीच में अति दृष्टि व बादल फटने की घटनाओं से शिमला कालका रेलवे लाइन भी बुरी तरह से प्रभावित हुई थी। कई जगहों पर भूस्खलन के कारण रेलवे मार्ग बाधित हो गया था । कई जगहों पर रेलवे ट्रैक भारी बारिश के कारण बह गया था। रेलवे विभाग ने राष्ट्रीय धरोहर शिमला कालका रेल मार्ग को पुनः बहाल करने के लिए दिन रात काम किया और 85 दिन के बाद मार्ग को बहाल कर दिया। शिमला की टॉय ट्रेन लम्बे इंतजार के बाद छुक-छुक करती शिमला रेलवे स्टेशन पर पहुंची। स्थानीय लोग, मीडिया व रेलवे कर्मचारी ट्रेन के आगमन से उत्साहित थे। शिमला के होटलियर व व्यवसायी खुश हैं कि अप्रत्याशित त्रसदी के बाद अब स्थिति सामान्य हो रही है। सोमवार की शाम रेलगाड़ी करीब 50 यात्रियों, जिसमें 20 के करीब विदेशी यात्री भी सवार थे, शिमला स्टेशन पहुंची. भारी बरसात के दौरान कालका शिमला रेलवे यात्रा भी प्रभावित हुई थी ऐसे में जब स्थिति सामान्य होने की ओर बढ़ रही है तो कालका शिमला रेलवे भी सुचारू होने की दिशा में है. इसी के साथ मंगलवार से रेल सुचारू रूप से चलनी शुरू हो जाएगी फिलहाल वर्तमान में 6 अलग-अलग वक्त पर कालका से शिमला के बीच रेल चलती हैं ऐसे में अब इनके चलने की संभावना भी बनी है