मुख्यातिथि मुकेश अग्निहोत्री ट्रिपल आईटी का नाम विश्व मानचित्र पटल पर लाने का जोर दिया।
ऊना, 3 अक्तूबर – भारतीय सूचना प्रोद्यौगिकी संस्थान ऊना का द्वितीय संस्थान दिवस मंगलवार को कॉलेज परिसर सलोह में मनाया गया। उप मुख्यमंत्री मुकेश अग्निहोत्री ने कार्यक्रम में बत्तौर मुख्यातिथि शिरकत की। मुकेश अग्निहोत्री ने कहा कि संस्थान को देश का नम्बर एक संस्थान बनाने के लिए रोड़ मैप तैयार किया जाना चाहिए ताकि ट्रिपल आईटी ऊना संस्थान का नाम विश्व मानचित्र पटल पर अंकित हो सके। उन्होंने कहा कि संस्थान में सभी बुद्धिजीवी वर्ग मौजूद हैं और अपने-अपने विषयों में पारंगत हैं। उन्होंने कहा कि यह संस्थान जिस विधानसभा क्षेत्र में निर्मित किया गया है वहां सकारात्मक ऊर्जा के साथ विकास कार्य किए जाते हैं। उन्होंने कहा कि इस स्थान पर संस्थान को खोलने की लड़ाई कोई साधारण लड़ाई नहीं थी। लम्बे समय तक जद्दों जहद के उपरांत इस संस्थान का नींव पत्थर रखा गया। क्योंकि प्रोद्यौगिकी के युग में संस्थान को इस क्षेत्र में स्थापित करना समय की मांग थी।
मुकेश अग्निहोत्री ने कहा कि स्थानीय विद्यायक होने के नाते संस्थान को ऊंचाईयों की ओर ले जाने के लिए जो भी आवश्यक जरूरतें होंगी उन्हें पूर्ण किया जाएगा। उन्होंने लोक निर्माण विभाग के अधिकारियों को निर्देश दिए कि संस्थान को जाने वाली सड़क को संस्थान की आवश्यकता के अनुरूप चौड़ा किया करें। उन्होंने कहा कि संस्थान के बाहर सड़क के साथ एक भव्य चौक भी निर्मित किया जाएगा।
उप मुख्यमंत्री ने कहा कि संस्थान में पढ़ने वाले बच्चें स्थानीय लोगों के साथ भी जुडें तथा उन्हें कॉलेज की महत्वत्ता के बारे में अवगत करवाएं ताकि लोगों को कॉलेज के बारे में विस्तृत जानकारी मिल सके। उन्होंने कॉलेज प्रशासन से भी कहा कि आम लोग इस संस्थान की भव्यता को देख सकें इसके लिए कॉलेज गेट को खुला रखना चाहिए। इसके साथ ही उन्होंने कहा कि कॉलेज विद्यार्थियों को भी बाहर घूमने का अवसर मिलना चाहिए वह समय-समय पर प्रदेश अटन करें । क्योंकि संस्थान में पूरे देश के कोने-कोने से आए बच्चें शिक्षा ग्रहण कर रहे हैं। उन्हें भी प्रदेश की सांस्कृतिक और प्रसिद्ध धार्मिक स्थलों की जानकारी होना आवश्यक है। शिक्षा पूर्ण होने के उपरांत अपने-अपने राज्यों या कर्मस्थली पर जाकर हिमाचल की प्राकृतिक सौंदर्यता हिमाचली की सौम्यता और समृद्ध सांस्कृतिक का वर्णन कर सकें और एक अच्छी यादों के साथ लौटें। उन्होंने यह भी कहा कि संस्थान के बीओजी के अध्यक्ष को पूर्ण सहयोग करें ताकि अध्यक्ष ने ट्रिपल आईटी को उंचाईयों पर ले जाने का संकल्प लिया है वह सपना पूर्ण सके। उन्होंने कहा कि आज संस्थान का द्वितीय दिवस परिसर के खुले मैदान में आयोजित हो रहा है। आगामी दिवस आडिटोरियम में होना चाहिए जिसके लिए एक भव्य आडिटोरियम बनना चाहिए।
मुकेश अग्निहोत्री ने संस्थान में एमबीए कोर्सिंस आरंभ करने के लिए भी कहा। उन्होंने कहा कि इसके लिए यदि भूमि की आवश्यकता है तो उपलब्ध करवा दी जाएगी। उन्होंने कहा कि विधानसभा क्षेत्र में बच्चों को कौशल में दक्ष करने के प्रयास होने चाहिए। उन्होंने कहा कि कौशल विकास केंद्र पालकवाह छात्रों में कौशल को विकसित करने हेतू प्रमुख व अग्रणी भूमिका निभा रहा है। उन्होंने कॉलेज प्रशासन को संस्थान के बच्चों को पालकवाह कौशल विकास केंद्र का भ्रमण करने को कहा ताकि वहां पर अन्य जरूरी कोर्साें को भी शीघ्र शुरू किया जा सके।
उन्होंने संस्थान के विद्यार्थियों से अनुशासन में रहने का आहवान किया तथा उनको रैगिंग सहित सिंथैटिक ड्रग व अन्य नशों से दूर रहने का आहवान किया। उन्होंने ये भी कहा कि क्रिप्टो के नाम पर ठगी करने वाले दलालों से भी सचेत रहें। उन्होंने कहा कि हरोली विस क्षेत्र में दो थाने बनाए गए हैं। उन्होंने कहा कि अभी हाल ही में टाहलीवाल में बार्डर क्षेत्र की तरफ से हो रही अवैध गतिविधियों पर नज़र रखने के लिए नया पुलिस थाना खोला गया है।
विधानसभा क्षेत्र में चर्चा करते हुए उन्होंने कहा कि हरोली में 2 हज़ार करोड़ रूपये की लागत से बल्क ड्रग पार्क का निर्माण किया जा रहा है जिसके तहत 32 करोड़ रूपये पानी की योजनाओं पर 40 करोड़ रूपये समनाल से पोंलिया सड़क मार्ग पर व 15 करोड़ रूपये बिजली कार्यो के लिए स्वीकृत किए गए हैं। इसके अतिरिक्त 350 करोड़ रूपये से पीजीआई सैटेलाईट सेंटर व इंडियन ऑयल का डिपों जैसे विकास कार्य ऊना जिला को विकास के पथ पर आगे ले जा रहे हैं।
इस मौके पर बीओजी के अध्यक्ष रवि शर्मा ने विद्यार्थियों को संकल्प शपथ दिलवाई तथा कहा कि तीन वर्षों के भीतर यह संस्थान देशभर के उत्कृष्ट शिक्षण संस्थानों की सूची में लाने का प्रयास किया जाएगा। उन्होंने संस्थान की तरक्की के लिए सभी से सहयोग प्रदान करने का आग्रह किया। उन्होंने कहा कि जिला के स्कूली बच्चों को भी संस्थान का भ्रमण करवाया जाएगा तथा संस्थान के विद्यार्थी भी स्कूलों में जाकर बच्चों को संस्थान के बारे में जानकारी देंगे।