भाजपा राहुल की ओबीसी टिप्पणी को लेकर गली मोहल्लों में
कल शाम को कांग्रेस पार्टी ने एक मीटिंग में निर्णय लिया कि पार्टी मोदी-अडानी प्रकरण को लेकर सड़कों, चौंक चौराहों’ और नुक्कड़ पर जनता के बीच जाएगी। कांग्रेस पार्टी सोमवार से भाजपा के साथ लंबी लड़ाई लड़ने को तैयार हो रही है। बैठक में यह भी निर्णय हुआ की पार्टी के सभी फ्रंटल ऑर्गेनाइजेशन इस लड़ाई को रणनीति के अनुरूप आगे बढ़ाएंगे। कांग्रेस राहुल गांधी के निलंबन से अक्रोषित भी है और उत्साहित भी है । वह निलंबन को 2024 में अपना मुख्य अस्त्र मान रही है। निलंबन के मुद्दे पर कांग्रेस को सभी विपक्षी दलों से समर्थन मिला है और वह इस एकजुटता को लेकर 2024 के लोकसभा चुनाव में जाने की रणनीति बना रहे।
दूसरी ओर भाजपा ब्रिटेन की धरती पर राहुल गांधी द्वारा दिए बयान को पीछे छोड़ कर ओबीसी के मुद्दे को लेकर आगे बढ़ने की रणनीति बना चुकी है। भाजपा के कार्यकर्ता “ओबीसी अपमान” मुद्दे को ओबीसी बस्तियों व गांवों के गली -कूचे में लेकर जांऐगे और उन्हें जागृत करेंगे कि गांधी ने राहुल गांधी ने आपका अपमान किया है । भाजपा 2024 के लिए अपना एक नया वोट बैंक तैयार करने की रणनीति पर चल रही है। कर्नाटका का चुनाव इसके लिए उनकी प्रयोगशाला है। भाजपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष ने ओबीसी का रसायन कर्नाटक राजनीति की परखनली में डाल दिया है। इसके परिणाम उन्हें चुनाव के परिणामों के साथ मिल जाएंगे