मुख्यमंत्री ने बाढ़ग्रस्त क्षेत्रों का किया हवाई सर्वेक्षण 

व्यास नदी में फंसे 100 से अधिक लोगों को बचा लिए  सड़क बिजली व नेटवर्क बहाल करने जोरदार कसरत

बीते 3 दिन में हिमाचल प्रदेश में बारिश के कहर बनकर बरसी है। आपदा प्रबंधन के प्रधान सचिव ओंकार शर्मा ने आज एक प्रेस वार्ता में बताया कि 1962 के बाद प्रदेश के कुल्लू जिला ,शिमला जिला व सिरमौर जिला में लगातार इतनी मूसलाधार बारिश हुई की नदी नालों का जलस्तर अप्रत्याशित ढंग से बढ़ गया। कई छोटे-बड़े पुल पानी के बहाव में बह गए । व्यास नदी का जलस्तर 8 से 10 फुट चढ़ गया जिसके चलते लारजी पावर हाउस में पानी घुस गया है । जिस कारण लारजी पावर हाउस को बंद करना पड़ा है। जगह-जगह भूस्खलन की घटनाएं होने कारण पर्यटक व स्थानीय लोग फंसे थे।कल तक व्यास व अन्य नदियों में 100 से अधिक फंसे लोगों को मौसम ख़राब होने बावजूद एनडीआरएफ एसडीआरएफ हिमाचल पुलिस व होम गार्ड के जवानों ने सुरक्षित निकाला।
हिमाचल सरकार पहले से इस आपदा के लिए चौकन्नी थी और सरकार ने वक्त रहते मानव संसाधन मशीनरी व अन्य जरूरी उपकरण स्ट्रेटेजिक जगहों तैनात कर दिए थे। सरकार की सजगता के कारण कम से कम जाने गई । प्रदेश में जितनी मौतें हुई उन में अधिकतर भूस्खलन व मकान ढहा जाने हुई है।
लाहौल स्पीति के चंद्रताल में फंसे करीब 300 पर्यटकों को निकालने पूरा खाका बना कर कार्रवाई शुरू कर दी है। फंसे हुए पर्यटकों को हवाई सड़क से निकलने के टीमें रवाना हो गई है। सड़क से जाने वाली टीम वाया काजा कुंजम लोसर होता रही है । यह टीम कुंजम पहुंच गई है। कुंजम व लोसर में बर्फ पड़ने के कारण थोड़ी दिक्कत आई तो पर्यटकों को एयरफोर्स के हेलिकॉप्टर के माध्यम से निकाला जाएगा। जिसके लिए हेलीकॉप्टर कुल्लू पहुंच गया है। आपदा प्रबंधन के सचिव ने बताया कि चंद्रताल में फंसे लोगों को निकालने के हेलीकॉप्टर ने उड़ान भरी थी परंतु रोहतांग में मौसम ख़राब होने के कारण उड़ान सफल नहीं रही है। परन्तु जो टीम कुंजम लोसर हो कर गई उसने कुंजम पास पार कर लिया और शाम तक चंद्रताल पहुंच जाएगी।
चंद्रताल फंसे 300लोगों के लिए खाने पीने कम्बल टैंट आदि सब प्रयाप्त मात्रा में है। दो-तीन लोगों को हाई एलटिटयुड के चलते सांस की समस्या हो रही है। उन्हें हेलीकॉप्टर से निकाल लिया जाएगा। इस के अलावा पांच लोग गिरी नदी में फंसे हैं उन्हें ड्रोन के द्वारा खाने पीने व दवाईयां पहुंच दी गई और इन्हें अब एयरलिफ्ट कर लिया है और यह सब नाहन हस्पताल में भर्ती हैं इनका मेडिकल चेकअप हो रहा है।

प्रधान सचिव आपदा प्रबंधन हिमाचल प्रदेश ओंकार शर्मा ने बताया कि इस के अलावा लारजी डैम पानी भर जाने के कारण कुल्लू मनाली में बिजली और नेटवर्क की समस्या पैदा हुई है। लेकिन सरकार मलाणा पावर हाउस को मेंटेन करने का प्रयास कर रही है जिससे नेटवर्क और बिजली की समस्या भी ठीक कर ली जायेगी। फिलहाल पर्यटकों को सैटलाईट फोन से उनके परिवारजनों बात करवाने प्रबंध किया है। सरकार राहत व बचाव कार्य युद्ध स्तर पर कर रही है।

हिमाचल प्रदेश की डीजीपी एस अटवाल ने ट्वीट करके बताया कि जो 43 यात्री व 7 प्रशासन के लोग पार्वती बाग में फंसे थे उन्हें रेस्क्यु कर लिया है।

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