मोहिंद्र प्रताप सिंह राणा/ग्राम परिवेश

लूहरी जल विद्युत परियोजना चरण-1 के सीएसआर उपक्रम में प्रमाण पत्र वितरण समारोह संपन्न

शिमला। लूहरी जल विद्युत परियोजना चरण-1, एसजेवीएन फाउंडेशन द्वारा परियोजना प्रभावित क्षेत्रों के युवाओं के लिए संचालित कौशल विकास प्रशिक्षण कार्यक्रम का उद्देश्य केवल रोजगार उपलब्ध कराना नहीं, बल्कि युवाओं को एक सामाजिक सरोकार से जोड़ना भी है—ऐसा संदेश उस अवसर पर स्पष्ट रूप से उभरा जब जनरल ड्यूटी असिस्टेंट पाठ्यक्रम के 60 प्रतिभागियों को प्रशिक्षण पूर्ण होने पर प्रमाण पत्र प्रदान किए गए।

             94 दिवसीय इस गहन प्रशिक्षण कार्यक्रम में युवाओं को केवल रोगी देखभाल तक सीमित नहीं रखा गया, बल्कि उन्हें अस्पतालों की समग्र कार्यप्रणाली को समझने और सहयोग देने के लिए व्यावहारिक दक्षता तथा नैतिक दृष्टिकोण से भी सज्जित किया गया। इसमें प्राथमिक चिकित्सा, स्वच्छता, पोषण, बुनियादी नर्सिंग, डॉक्टर-नर्स सहायता, और सामुदायिक स्वास्थ्य जागरूकता जैसे आयामों को समाहित कर, उन्हें समाज का संवेदनशील सेवक बनाने की दिशा में एक ठोस पहल की गई।

इस अवसर पर परियोजना प्रमुख विवेक शर्मा ने प्रतिभागियों को प्रमाण पत्र प्रदान करते हुए कहा कि –

‘ऐसे प्रशिक्षण कार्यक्रम युवाओं को आत्मनिर्भर बनाकर उन्हें केवल आर्थिक रूप से ही नहीं, बल्कि सामाजिक रूप से भी मजबूत बनाते हैं। वे समाज के समग्र विकास विशेषतः स्वास्थ्य संवेदना के क्षेत्र में एक सक्रिय सहभागी बनते हैं।”

विवेक शर्मा ने यह भी उल्लेख किया कि एसजेवीएन का निगमित सामाजिक उत्तरदायित्व (CSR)केवल एक औपचारिकता नहीं, बल्कि एक प्रतिबद्ध प्रयास है, जो स्थानीय समुदाय के जीवन स्तर को ऊंचा उठाने और उनके भीतर क्षमता, संवेदना व सेवा की भावना जागृत करने के उद्देश्य से संचालित होता है।

ग्लोबल सोशल नेटवर्क वेलफेयर सोसायटी, शिमला के अधिकारी भी समारोह में उपस्थित रहे और प्रशिक्षणार्थियों ने इस प्रयास की सराहना करते हुए इसे अपने जीवन में “दिशा और दृष्टि” देने वाला अनुभव बताया।

यह प्रशिक्षण न केवल आज के प्रतिस्पर्धी जीवन में उन्हें समर्थ बनाएगा, बल्कि एक सहृदय नागरिक के रूप में समाज में सेवा-भावना की मशाल भी उनके हाथ में थमाएगा।

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