मोहिंद्र प्रताप सिंह राणा
नई दिल्ली, 10 मई:शनिवार रात पाकिस्तान द्वारा की गई उकसावेपूर्ण ड्रोन घुसपैठ के जवाब में भारत ने रविवार तड़के “ऑपरेशन सिंदूर” के तहत सटीक और संयमित सैन्य कार्रवाई कर पाकिस्तान के लगभग आधा दर्जन सैन्य प्रतिष्ठानों को नष्ट कर दिया। इस कार्रवाई में पाकिस्तान की हवाई निगरानी और हमलावर प्रणाली को भारी नुकसान हुआ है।
विदेश मंत्रालय द्वारा आयोजित विशेष प्रेस ब्रीफिंग में विदेश सचिव विक्रम मिस्री, भारतीय थल सेना की कर्नल सोफिया कुरैशी और वायुसेना की विंग कमांडर व्योमिका सिंह ने संयुक्त रूप से जानकारी दी। मिस्री ने कहा, “पाकिस्तान की कार्रवाई पूरी तरह उकसावे वाली थी और भारत ने उसका जवाब अंतरराष्ट्रीय मानकों के अनुरूप संयमपूर्वक लेकिन सटीक तरीके से दिया है।
“प्रेस ब्रीफिंग में बताया गया कि शनिवार को पाकिस्तान ने भारतीय वायु सीमा का उल्लंघन करते हुए ड्रोन और उच्च क्षमता वाले हथियारों की मदद से 26 स्थानों पर हमले की कोशिश की। इसमें उधमपुर, पठानकोट और बठिंडा जैसे प्रमुख वायुसेना ठिकानों को भी निशाना बनाया गया। हालांकि, भारतीय वायुसेना ने अधिकांश हमलों को समय रहते विफल कर दिया।
विंग कमांडर व्योमिका सिंह ने बताया, “भारतीय वायुसेना ने सीमावर्ती क्षेत्रों में ड्रोन हमलों को रोकने के लिए पहले से ही हाई अलर्ट की स्थिति में थी। समयबद्ध कार्रवाई के चलते हमले का असर बेहद सीमित रहा।
”कर्नल सोफिया कुरैशी ने कहा कि भारतीय थल सेना भी पूरी तरह सजग है और जरूरत पड़ने पर तुरंत कार्रवाई के लिए तैयार है। उन्होंने बताया कि ऑपरेशन सिंदूर के तहत सीमापार चुनिंदा पाकिस्तानी ठिकानों को सटीकता से निशाना बनाकर निष्क्रिय किया गया है।
ब्रीफिंग में यह भी स्पष्ट किया गया कि भारत युद्ध नहीं चाहता, लेकिन अपनी सीमाओं की सुरक्षा के लिए हर आवश्यक कदम उठाएगा। विदेश मंत्रालय ने अंतरराष्ट्रीय समुदाय को भी इस स्थिति की जानकारी दी है और पाकिस्तान की उकसावे वाली हरकतों का पुरजोर विरोध दर्ज कराया है।